मडावराललितपुर

फादर्स डे-15 जून विशेष- बच्चे बोले-पिता के प्रति सम्मान का दिन फादर्स डे

● सबसे अच्छे कौन मेरे पापा ……

“जलती धूप में वो आरामदायक छांव हैं,
मेलों में कंधे पर लेकर चलने वाले पांव हैं,
मिलती है जिंदगी में हर खुशी उनके होने से
कभी भी उल्टा नहीं पड़ता पिता वो दांव हैं।”

ललितपुर।
पिता के प्रति सम्मान और उनके द्वारा दिए गए त्याग के लिए फादर्स डे मनाने की परंपरा है। इस दुनिया में पिता ही होता है जो अपने बच्चे को बिना स्वार्थ के प्यार करता है। अपने बच्चों के भविष्य के लिए दिन रात मेहनत करके सभी जिम्मेदरियों को निभाता है। माता-पिता का बलिदान, त्याग और प्रेम इस संसार में सबसे ऊंचा होता है। इस दिन को खास बनाने के लिए बच्चें अपने पिता को शुभकामनाएं देते हैं।जून माह का तीसरा रविवार पिता के लिए खास होता है।

● इनका कहना है●

01- रश्मि पाल का कहना है कि फादर्स डे एक ऐसा दिन हैं , जो पिता को समर्पित हैं। यह दुनिया भर के कई देशों में पिताओं के सम्मान में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी।

02-इवांका कुशवाहा का मानना है कि पिता बच्चों के लिए सुरक्षा की भावना लेकर आते हैं। जब पिता साथ होते हैं, तो बच्चे खुद को ज्यादा सुरक्षित और आत्मविश्वासी महसूस करते हैं।

03-पूनम का कहना है कि पिता बच्चों को जीवन के अनुशासन और मूल्यों की सीख देते हैं। वे बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना सिखाते हैं।

04-दीपक कुशवाहा का कहना है कि फादर्स डे केवल एक दिन नहीं, बल्कि हर उस पल का प्रतीक है,जब हमारे पिता ने हमारे लिए सब कुछ त्यागकर केवल हमारी खुशियों के बारे में सोचा। यह दिन हमें एक मौका देता है कि हम अपने पिता को बताएं कि हम उनसे बहुत प्यार करते हैं।

05- सानिध्य नामदेव का कहना है कि फादर्स डे मनाने का मुख्य उद्देश्य पिता को सम्मान देना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि पिता भी एक खास भूमिका निभाते हैं। बच्चों के जीवन के पहले मार्गदर्शक होते हैं।

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand

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