*एक पेड़ मां के नाम – विश्व पर्यावरण दिवस पर परिषदीय विद्यालयों में किया गया पौधरोपण* *विद्यालयों में बच्चों ने प्रस्तुत किये जन जागरूकता कार्यक्रम*

मड़ावरा-ललितपुर।
एक पेड़ मां के नाम अभियान के अन्तर्गत
विश्व पर्यावरण दिवस पर विकास खंड मड़ावरा के परिषदीय उच्च प्राथमिक/कंपोजिट विद्यालयों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी मड़ावरा नरेश कुमार रावत के निर्देशन में पौधरोपण कार्यक्रम सहित जन जागरूकता कार्यकम, पोस्टर प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम आयोजित हुए। बच्चों ने वाद विवाद प्रतियोगिता के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण संवर्धन का संदेश दिया। इस अवसर पर लोगों को पौधरोपण, संरक्षण, संवर्धन हेतु प्रेरित किया गया।
इस अवसर पर अनुदेशक मानसिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पर्यावरण को संरक्षण सम्बर्धन हेतु वृक्षारोपण बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन को बचाने हेतु पेड़ पौधों का होना बहुत जरूरी है। पेड़ पौधे ऑक्सीजन देते हैं तथा कार्बनडाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं। कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1972 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा मानव पर्यावरण विषय पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन किया गया था। इसी चर्चा के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस का सुझाव भी दिया गया और इसके दो साल बाद, 5 जून 1974 से इसे मनाना भी शुरू कर दिया गया। 1987 में इसके केंद्र को बदलते रहने का सुझाव सामने आया और उसके बाद से ही इसके आयोजन के लिए अलग अलग देशों को चुना जाता है। इसमें हर साल 143 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं और इसमें कई सरकारी, सामाजिक और व्यावसायिक लोग पर्यावरण की सुरक्षा, समस्या आदि विषय पर बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को सुधारने हेतु यह दिवस महत्वपूर्ण है जिसमें पूरा विश्व रास्ते में खड़ी चुनौतियों को हल करने का रास्ता निकालता हैं। लोगों में पर्यावरण जागरूकता को जगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित विश्व पर्यावरण दिवस दुनिया का सबसे बड़ा वार्षिक आयोजन है। इसका मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना है।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand