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सवा पांच करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण आयोजन में रविवार को श्रद्धालुओं ने बनाये 15लाख पार्थिव शिवलिंग श्रीशिवमहापुराण की कथा प्रारंभ

ललितपुर-श्री सिद्धपीठ चंडी मंदिर धाम पर सवा पांच करोड़ पार्थिव शिवलिंग निर्माण व श्रीरूद्रमहायज्ञ आयोजन में रविवार को श्रद्धालुओं ने 15लाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण किया।वहीं प्रातःकालीन बेला में श्रीरूद्रमहायज्ञ का पंचांग पूजन व पीठ पूजन किया गया। अपराह्न में पार्थिव शिवलिंग का महारूद्राभिषेक व पूजन किया।पार्थिव शिवलिंग का पूजन व महारूद्राभिषेक प्रधान यजमान हरिशंकर साहू, सहित अन्य यजमान संदीप तिवारी,रामकृपाल गुप्ता,संतोष साहू,रामप्रकाश,गिरीश शर्मा आदि ने किया।

तत्पश्चात श्रद्धालुओं को श्री शिवमहापुराण की कथा सुनाते हुए अनंतविभूषित चंडीपीठाधीश्वराचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी चन्द्रेश्वर गिरि महाराज ने कहाकि श्री शिवमहापुराण में २४,००० श्लोक है तथा यह 6 खंडों में विभक्त हैं।विद्येश्वरसंहिता,रुद्रसंहिता,कोटिरुद्र संहिता,उमासंहिता,कैलाससंहिता,वायुसंहिता में विभक्त किया गया हैं। उन्होंने कहाकि शिव’ का अर्थ ही है- ‘कल्याणस्वरूप’ और ‘कल्याणप्रदाता’। परमब्रह्म के इस कल्याण रूप की उपासना उच्च कोटि के सिद्धों, आत्मकल्याणकामी साधकों एवं सर्वसाधारण आस्तिक जनों-सभी के लिये परम मंगलमय, परम कल्याणकारी, सर्वसिद्धिदायक और सर्वश्रेयस्कर है। शास्त्रों में उल्लेख मिलता है कि देव, दनुज, ऋषि, महर्षि, योगीन्द्र, मुनीन्द्र, सिद्ध, गन्धर्व ही नहीं, अपितु ब्रह्मा-विष्णु तक इन महादेव की उपासना करते हैं। शिवमहापुराण परमपिता परात्मपर परब्रह्म परमेश्वर के ‘शिव’ (कल्याणकारी) स्वरूप का तात्त्विक विवेचन, रहस्य, महिमा एवं उपासना का सुविस्तृत वर्णन है। भगवान शिवमात्र पौराणिक देवता ही नहीं, अपितु वे पंचदेवों में प्रधान, अनादि सिद्ध परमेश्वर हैं एवं निगमागम आदि सभी शास्त्रों में महिमामण्डित महादेव हैं। वेदों ने इस परमतत्त्व को अव्यक्त, अजन्मा, सबका कारण, विश्वपंच का स्रष्टा, पालक एवं संहारक कहकर उनका गुणगान किया है। श्रुतियों ने सदा शिव को स्वयम्भू, शान्त, प्रपंचातीत, परात्पर, परमतत्त्व, ईश्वरों के भी परम महेश्वर कहकर स्तुति की है। ऐसे परोपकारी और अपरिग्रही शिव का चरित्र वर्णित करने के लिए ही इस पुराण की रचना की गई है। यह पुराण पूर्णत: भक्ति ग्रन्थ है। इस पुराण में कलियुग के पापकर्म से ग्रसित व्यक्ति को ‘मुक्ति’ के लिए शिव-भक्ति का मार्ग सुझाया गया है।श्रीशिवमहापुराण का पूजन व आरती कथा के मुख्य यजमान डाॅ अनूप श्रीवास्तव,डाॅ रानी श्रीवास्तव ने किया।इस दौरान कृष्ण बिहारी श्रीवास्तव,गिरीश खरे,विमला श्रीवास्तव,सीमा खरे,प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव बबेले,विजय जैन,अनूप मोदी,राहुल शुक्ला,अश्विनी पुरोहित,प्रकाश नारायण श्रीवास्तव,लक्ष्मीनारायणसाहू,शत्रुधन यादव,राहुल बबेले बबेले,बाबा हीरानंद गिरी आदि उपस्थित रहें

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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