श्रद्धांजलि

पहलगाम बैसरन घाटी नरसंहार पर, चुन चुन कर तुमको मारेंगे

पहलगाम बैसरन घाटी नरसंहार पर,
चुन चुन कर तुमको मारेंगे
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इंजी. अरुण कुमार जैन

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कल फिर कश्मीर में तुमने, ख़ूनी वह अध्याय लिखा,, प्रेम, नेह,विश्वास झूठ है,
फिर दुनियाँ को बता दिया.
नाम पूँछकर गोली मांरी,
नव विवाहिता बिलख रहीं,,
बहिनों,बेटीँ पर दया न आयी
मासूमों सी तड़प रहीं.
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मैत्री,प्रेम भरे हर मन में,
सारे भारत से आये थे,,
अमन गीत अब गाती वादी,
विश्वास सुरभि संग लाये थे.
तुम क्या जानो नेह, प्रेम,
मैत्री, विश्वास की परिभाषा,,
शांति दूत बनते दुनियाँ में,
करके जघन्य निर्मम हत्या.
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नर्क बने कश्मीर को हमने,
फिर से स्वर्ग बनाया था,,
पढ़ें, बढ़ें, सब प्रगति करें,
यही ध्येय मन आया था.
तुम होअपनी कौम के दुश्मन
आतंकी, अत्याचारी,,
मांग उजाड़ी,गोदी सूनी,
माँ, बहिना की कर डाली.
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लश्कर ए तोएबा बालो सुन लो,सुन लो जैस ए मुहम्मद भी,,
सारे जो हमदर्द हैं इनके,
कान खोल कर सुनें सभी,,
शांत शेर को नेह भरा जो,
फिर तुमने ललकारा है,
शूर, वीर, बलशाली भारत,
पर फिर डाका डाला है.
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चुन चुन कर मारे जाओगे,
हर आँसू कीमत लेगा,,
माँ, बहिनों, बेटी, पत्नी का,
आक्रोशभी तुमको डस लेगा
एक- एक प्राणों के बदले,
सौ -सौ जानें हम लेंगे,,
दोजख से बुरी जिंदगी,
तुम सब की हम कर देंगे.
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प्रताप,शिवाजी,भगत सिंह,
आजाद, बोस के वंशज हैं,,
शौर्य, पराक्रम, देशभक्ति से
भरे- रचे, माँ रक्षक हैं.
नये राष्ट्र का स्वर प्रेरक हैं,
विश्व जानता है इसको,,
चुन चुन कर घुसकर मारेंगे, नर्क से बदतर कर तुमको.
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संपर्क//अमृता हॉस्पिटल, सेक्टर 88,फ़रीदाबाद, हरियाणा, मो. 7999469175

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times Now Bundelkhand

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