भारतीय वैदिक नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर वैदिक हवन पूजन का आयोजन, सर संघ चालक डॉक्टर हेडगेवार जी को किया याद,

महरौनी, ललितपुर-
आर्य समाज महरौनी के तत्वाधान में भारतीय वैदिक नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2082 पर प्रातः काल की वेला में यज्ञ संपन्न हुआ, ततपश्चात आर्य समाज के 150 वें स्थापना वर्ष के उपलक्ष में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, इस मौके पर हैमुनि पुरुषोत्तम वानप्रस्थ ने कहा कि यज्ञ संसार का सर्वश्रेष्ठ कर्म है यज्ञ के द्वारा वातावरण शुद्ध पवित्र होता है। उन्होंने कहा आज ही के दिन महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने 1875 को आर्य समाज की स्थापना की थी, रमेश सिंह परिहार शिक्षक ने कहा हमारी इस भारतीय भूमि पर समय-समय पर अनेक महापुरुषों ने जन्म लेकर वर्तमान के विघटनकारी तत्वों से बचाने के लिए मानव समाज को एकजुट करने का काम किया ऐसे ही महापुरुष थे सर संघ संचालक डॉक्टर हेडगेवार जी जिन्होंने समाज को संगठित करके एक नई चेतना का प्रसार किया, वहीं स्वामी दयानंद ने समाज में फैले अज्ञान अन्धकार का विनाश करने के लिए सत्यार्थप्रकाश प्रकाश ग्रंथ लिखा उन्होंने वेदों की ओर लौटने का आह्वान किया था।
महर्षि दयानंद सरस्वती धर्मार्थ टेस्ट के उपाध्यक्ष हर प्रसाद एडवोकेट ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन पर्वों को सा उल्लास मनाने का लक्ष्य है उन महापुरुषों द्वारा बताए मार्ग पर चलकर ही सनातन धर्म की रक्षा करना तथा नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाना। इस मौके पर विशेष प्रताप सिंह ,चंचल सिंह, दिनेश सिंह ,धनीराम निरंजन, बृजपाल सिंह चौहान, रमेश सिंह, परिहार ,भल्लू प्रजापति ,वेद प्रकाश दुबे ,श्रीमती अंगूरी देवी ,रामसेवक निरंजन, रामप्रताप सिंह, संजय डिछारिया , ठाकुरदास नायक, शिव प्रसाद पुरोहित ,भूपेंद्र सिंह ,रागिनी आर्य, मुकेश नायक शिक्षक ,जय देवी आर्य ,किशोर तिवारी आदि उपस्थित रहे!
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
#Timesnowbundelkhand