
महरौनी,ललितपुर-
कौमी एकता के प्रतीक अजीमुश्शान हजरत बाबा सैय्यद अहमद शाह रहमतुल्लाह अलैह महरौनी की दरगाह का 106वाँ सालाना उर्स जलसे का मुशायरे से आगाज हो गया है। उर्स के प्रथम दिन उर्स कमेटी द्वारा दरगाह पर मगरिब की नमाज अदायगी के बाद रात्रि 8 बजे धूमधाम से नूरानी चादर चढ़ाई गयी, और मीलाद का प्रोग्राम सम्पन्न हुआ।
जामा मस्जिद से चादर लेकर श्रद्धालुओं का हुजूम मंडी रोड होते हुए ललितपुर रोड, इंदिरा चौराहा, पुराना बाजार, रामलीला मैदान से बेण्ड बाजों के साथ धार्मिक ध्वनियों पर पूरे जोश खरोश के साथ बाबा साहब की दरगाह पर पहुँचा। इसके बाद मजार पर फातहा पढ़ी गयी, जिसमें सभी ने देश में अमन चैन की दुआयें मांगी। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओ ने भाग लियाा
मुशायरा प्रोग्राम में बतौर अतिथि आशीष त्रिपाठी मण्डल अध्यक्ष भाजपा महरौनी, दीपक तिवारी, किसरदा प्रधान हाकिम सिंह, हृदेश गोस्वामी शिक्षक, नितिन जैन शास्त्री, ब्रजेश अरिहवार पूर्व पार्षद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर मुशायरे का शुभारम्भ कियाा
मुशायरा शुरू होने से पूर्व शहर के मौलाना व हाफिजों ने खुदा व नवी की शान में हम्द शरीफ व नात शरीफ पेश की, मुशायरा में तशरीफ लाये मेहमान शायरों और कवियों ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश कर बाबा के दरबार में खिराजे अकीदत पेश की, शायर सरवर कमाल ने पहले नात शरीफ पेश कर नवी की शान पढ़ी, उन्होने कहा कि ‘कुफ्र के छले बादल, आमना घराने में, सारा जग हुआ रोशन, मुस्तफा के आने से”, इसके बाद शायर अकबर ताज ने सरस्वती वंदना पेश की, ‘तू है मां शारदे, मैं दिल से ये इकरार करता हूं, तू मुझसे प्याार करती है, मैं तुझसे प्यार करता हूं,” इसके बाद असर ललितपुरी ने राष्ट्रीय गीत पेश करते हुये कहा, ‘फूलों का गुलदस्ता प्यारा, हिन्दुास्तान हमारा है, जो भी इससे प्यार करेगा, बो इंसार हमारा है,” ने खूब बाह बाही लूटी, शायर जावेद अनवर ने मुशासरे की महफिल में शमां बांध दियाा उन्हो्ने अपने अंदाज में गजल पेश करते हुये कहा, ‘मुझको मेरे आस पास, भीड मिला, मेला मिला, खुद को मैं जब भी मिला, सिर्फ अकेला मिला, सवीह हाशमी अपने-अपने मतलब के लिए याद रहेगी ये दुनिया, हाथ फैलाये हर दर पर खडे रहते हो, फिर भी उम्मीद है खुद्दार कहेगी ये दुनिया,’ नूरी परवीन कानपुर ने गजल पेश करते हुये कहा ‘फिर याद तेरी आयी मुझको सबे तन्हावई, हर जख्मल हरा हो गया चलने लगी पुरवाई,’ शायर अबरार दानिश ने भी अपने लोगों को थामे रखा उन्होने कहा ‘बुराई देखी अच्छाईयां नहीं देखी, हमारी आपने कुर्बानियां नहीं देखीं, पर काफी देर तक लोग तालियां बजाकर वाह-वाह करते रहे, इसके बाद मशहूर शायर अनवर अमान ने भी बहुत प्यारा कलाम पेश कियाा उन्होने कहा, ‘मां का दिल देखकर जब मचलने लगा, आसमां अपनी गर्दिश बदलने लगा, एक मासूम की ऐडियों के सबब, रेत से आबे जम-जम उगलने लगा,’ खूब पसंद की गयी, शायर आदर्श दुबे ने ‘इससे पहले की तुम बुझाओ मुझे, कुछ अंधेरों से भी डराओ मुझे, कैसे मानू की इसमें मैं ही हूं, अपना दिल खोल कर दिखाओ मुझे,’ असर ललितपुरी ने भी कौमी एकता का संदेश देते हुये इकदम नया कलाम पेश किया, ‘वेदों की प्रार्थना है सर्वे भवन्तु सुखिन:, मेरी भी ये दुआ है सर्वे भवन्तु सुखिन:, को सभी लोगों ने खूब सराहाा मशहूर शायर अवरार चंदेरी ने कहा कि ‘तुम कुछ भी कहो, दिल पे असरा नहीं होगा, टूटी हुई कश्ती पे सफर नहीं होगा, सरहदें नहीं दिल टूटे हैं इस बार हमारे, दिल्ली से कराचीं का सफर अब नहीं होगा,’ अंत में मुशायरे की सदारत कर रहे नगर के शायर संजय पाण्डेय भारत ने कहा, ‘आज हमारे आंगन में खुशी झूम कर आयी है, ये खुशी घर-घर जाकर माथा चूम कर आयी है, हमारी पाकीजगी घूमेगी अब बुलंद सितारों की तरह, क्योंकि आज बाबा सैय्यद अहमद की चादर शहर में घूम कर आयी है,’ इस ऑल इण्डिया कॉमी एकता मुशायरा की निजामत शायर इस्माइल नजर ने की, वहीं कन्वीनर असर ललितपुरी व अबरार दानिश रहे, अंत में आभार कवि संजय पाण्डेय भारत ने किया,
सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात किया गया है, जिसमें महिला पुलिस भी शामिल रही।
इस मौके पर सदर रहबर अली, खजांची परवेज अली, शाहिल निजामी, इमाम राईन, लखन लाल झा, इवरान खां एडवोकेट, फिरोज सिद्दीकी, जफर खान बाबू, अखिलेश मलैया, समद खान एडवोकेट, साबिर अली, सरफराज अली एडवोकेट, अज्जू राईन, जावेद अख्तर, आमिर अली, महमूद मंसूरी, नफीस खान, इरफान रहमानी, मु. आमिर मंसूरी, जावेद पठान, मोहम्मद खां एडवोकेट, मोहब्बत अली रिजवी, नसीम मंसूरी, सलमान खान, वफाती खान, बली मोहम्मद, मु. अमजद खान, बाबू भाई बांदा वाले, सैफ अली, शिवराहीम मंसूरी, मुनीर वक्सस, अय्युब खां, इरसाद अली पन्ना, फरहान खान, फैजान अली, नसीम मंसूरी, अमजद खान, मुहिब खान, रिहान राईन, पवन तिवारी, इमरान रजा, जुनैद अख्तर, नावेद खान, साकिब खान सहित अनेक कमेटी पदाधिकारी एवं नगर के अनेक लोग मौजूद रहे।
उर्स में आज 15 मई को मशहूर कब्बाल जुनैद सुल्ता नी (बदांयू) व फैजान ताज (नागपुर) द्वारा कब्बालियों का शानदार प्रोग्राम पेश किया जायेगा।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now Bundelkhand