बच्चों में भाषा एवं संख्या की बुनियादी समझ विकसित करने हेतु पाँच दिवसीय एफ.एल.एन. प्रशिक्षण संपन्न। बच्चे देश के राष्ट्र निर्माता हैं, जिनका भविष्य शिक्षक के कठिन परिश्रम में निहित है – बी.ई.ओ. नरेश रावत

बच्चों के नैतिक मूल्यों एवं उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें- विशाल जैन
मड़ावरा (ललितपुर) ब्लॉक संसाधन केंद्र के सभागार में प्राथमिक शिक्षकों के पाँचवे और छटवे बैच का पाँच दिवसीय एफ.एल.एन. प्रशिक्षण संपन्न हुआ। जिसमें विभिन्न गतिविधियाँ करायी गयी। द्वितीय सत्र में विभिन्न शिक्षण योजनाओं का निर्माण कर समूह में उनका प्रस्तुतिकरण दिलचस्प रहा, जिसकी सदन द्वारा समालोचना की गयी। संदर्भदाता एआरपी राजेंद्र सिंह राठौर, देशबंधु नरवरिया, विनोद कुमार, सुजान सिंह पटेल एवं बृजेश कुमार चौरसिया ने पाठ्यक्रम एवं निपुण लक्ष्य में हुए परिवर्तन, निपुण दक्षताएं, शिक्षण विधियां, काल विभाजन, उपचारात्मक शिक्षण, टीएलएम एवं प्रिंट रिच सामग्री एवं उनके अनुप्रयोग के बारे विस्तृत जानकारी दी। खंड शिक्षाधिकारी नरेश कुमार रावत ने कहा कि बच्चे देश के राष्ट्र निर्माता हैं, जिनका भविष्य शिक्षक के कठिन परिश्रम में निहित है। सभी शिक्षक जिम्मेदारी पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें, जिससे समाज में शिक्षक का सम्मान बढ़ेगा। सीखने से बच्चों के आत्म विश्वास में बृद्धि होती है, इसलिए अपने बचपन को ध्यान में रखते हुए चिंतन कर शिक्षण को सरल और सुगम बनाकर सतत अभ्यास कराएं। उन्होंने कहा की जीवन में नाम का बड़ा महत्व होता है जिसकी सार्थकता को ध्यान में रखते हुए बच्चों को सम्बोधित करें। शिक्षक विपरीत परिस्थितियों में अनुकूल परिणाम देने की चुनौती स्वीकार करता है। परिवार एवं परिवेश से बच्चों को अपेक्षित सहयोग प्राप्त नहीं होता। लेकिन सभी बच्चे विशिष्ट होते हैं, जिनकी प्रतिभा को पहचान कर शिक्षक उन्हें निखारने का कार्य करता है। प्रशिक्षण समापन के अवसर पर सहायक अध्यापक विशाल जैन ने कहा कि विकसित भारत निर्माण में शिक्षकों की भूमिका अहम होगी। शिक्षकों का यह कर्तव्य है कि वह बच्चों के नैतिक मूल्यों एवं उनके सर्वांगीण विकास पर ध्यान दें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह के निर्देशन में निपुण भारत मिशन के अंतर्गत एफ.एल.एन. के क्रियान्वयन एवं शिक्षक संदर्शिका के माध्यम से प्रभावी शिक्षण हेतु परिषदीय स्कूलों के बेसिक शिक्षकों को पाँच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसके लिए एनसीईआरटी ने कक्षा 1, 2 व 3 एवं एससीईआरटी ने कक्षा 4 व 5 के लिए पाठ्य पुस्तक एवं पाठ्यक्रम से संबंधित अवधारणा विकसित करने संबंधी भरपूर प्रिंटरिच सामग्री प्रदान की है, जिसका लाभ छात्रों को शिक्षण के दौरान दिया जा सकता है। सहायक अध्यापक भूपेंद्र सिंह पटेल ने कहा शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के संस्कारों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। एआरपी विनोद कुमार, सहायक अध्यापक पंकज देवलिया एवं सौरभ रावत ने सुन्दर और प्रेरक काव्य पाठ किया। एआरपी राजेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि शिक्षण प्रक्रिया को सरल सुगम रुचि पूर्ण एवं मूर्त अमूर्त चिंतन के विकास के लिए ठोस वस्तुओं का महत्वपूर्ण स्थान है। एआरपी सुजान सिंह पटेल ने बताया टीएलएम के माध्यम से हम बच्चों के साथ अनुभव, भाषा, चित्र और प्रतीक इन चार चरणों का अनुपालन करते हुए शिक्षण कर पाते हैं। एआरपी देशबंधु नरवरिया ने कहा उपलब्ध कराई गई शिक्षण अधिगम सामग्री एवं गणित किट की सहायता से कक्षा शिक्षण के दौरान बच्चे आनंद पूर्ण वातावरण में स्वयं करके सीखते हैं। एआरपी बृजेश कुमार चौरसिया ने खेले जाने वाले विभिन्न खेलों एवं मानसिक गतिविधियों के प्रदर्शन की उपयोगिता को बताया। अंत में ज्ञान समीक्षा ऐप के माध्यम से प्रशिक्षण का आकलन किया गया। जिसमें दिलीप श्रीवास, आशीष त्रिपाठी, अंकित दुबे, राहुल लक्षकार, राहुल देव, मानसिंह एवं जुबैर आदि का सक्रिय सहयोग रहा। प्रशिक्षण में उमाशंकर नामदेव, सुरेंद्र पाल सिंह, अमित श्रीवास्तव, लोकपाल सिंह, हाकम सिंह, राजू यादव, भूपेंद्र सिंह, ऋषिकांत जाटव, कैलाश चंद्र, नितिन जैन, रविकांत, नरेंद्र रजक, आशीष तिवारी, कल्याण सिंह, लखन नायक, रविंद्र कुमार, राघवेंद्र सिंह, संजीव विदुआ, विजय कुमार, विकास रजक, राजीव कुमार, अमित शर्मा️, प्रकाश साहू, भरत, वर्षा, इंद्रा, नीता, स्वाति जैन, रेखा रावत, रश्मि, मांडवी नायक, रक्षा राजा, अनुराधा सहित एक सैकड़ा से अधिक शिक्षक-शिक्षामित्र उपस्थित रहे। अंत में सहायक अध्यापक विशाल जैन पवा एवं राजू यादव ने संयुक्त रूप से सभी का आभार व्यक्त किया।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand
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