आचार्य श्री का प्रथम समाधि दिवस गुरु गुणानुवाद दिवस माघ शुक्ल नवमी संवत् 2551 अनासक्त महायोगी का महाप्रस्थान अजयमेरु से चन्द्रगिरी
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वर्णी नगर मड़ावरा
ब्रह्मांड के देवता, महायोगी जीव दया मसीहा युग श्रेष्ठ आचार्य भंगवत श्री १०८ विद्यासागरजी महाराज जी के प्रथम समाधि दिवस पर सकल दिगम्बर जैन समाज मड़ावरा ने गुरु के प्रति गुरु भक्ति प्रस्तुत करते हुए गुरुजी के कृतित्वो की गौरव यात्रा भव्य सचित्र झांकियां गौशाला, मूकमाटी, हथकरघा, पूर्णायु, विद्यासागर गुरुकुलम, प्रतिभास्थली, की आकर्षक जीवंत झांकियां जन जन को प्रभावित करती हुई विशाल शोभायात्रा श्री महावीर विद्या विहार से प्रारंभ होकर डाकवंगला से पुराने बाजार महावीर जिनालय से होते हुये महावीर विद्याविहार मै विनयाजली करते हुए समापन किया गया।
आज रात्रि में सकल दि० जैन समाज द्वारा गुर दीप विनयांजलि, आरती एवं विराट कवि सम्मेलन जिसमें आमंत्रित कविगण श्री अर्जुन सिंह चाँद गीतकार झांसी, श्री लक्ष्मण नेपाली हास्य रस इंदौर,श्री राजेंद्र विदुआ बुंदेली हास्य टीकमगढ़, श्री दिनेश याग्निक गुरु काव्य पाठ, रायसेन, मंजू श्री कटारे, कवियत्री सागर,कुमार आकाश जैन दर्शन आगरा, कवि जैन वीरेंद्र विद्रोही ललितपुर (मंच संचालन) आयोजित होने जा रहा है।
परम पूज्य गुरुदेव के चरणों में अपनी भक्ति प्रस्तुत करते हुए मड़ावरा नगर की आचार्य विद्यासागर संस्कार वर्णी पाठशाला एवं समस्त स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से नगर के समस्त युवाओं ने संपूर्ण कार्यक्रम में सहयोग ज्ञापित किया। पूज्य गुरुदेव की झांकियां देखकर सभी का मन भाव विभोर हो गया।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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