सिद्धांताचार्य जीवनलाल जैन शास्त्री का संल्लेखना समाधि पूर्वक समाधिमरण

ललितपुर। जैन समाज के प्रकाण्ड विद्वान सिद्धांताचार्य पं0 जीवनलाल जैन शास्त्री का संल्लेखना समाधि पूर्वक समाधिमरण दसलक्षण पर्व में उत्तम संयम धर्म के दिन हुआ।उन्हें अंतिम समय ललितपुर में विराजमान वैज्ञानिक संत आचार्य श्री निर्भय सागर महाराज ससंघ के सानिध्य एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ
ज्ञात हो कि आपकी धर्मपत्नी श्रीमती सुशीला देवी जैन का भी आर्यिकारत्न श्री आदर्शमति माताजी ससंघ के सानिध्य में उनके ललितपुर चातुर्मास के दौरान सातवीं प्रतिमा के व्रत ग्रहण लेकर क्षेत्रपाल जी ललितपुर में हुआ था।
आप अपने पीछे सुपुत्र हर्ष कुमार जैन, चक्रेश कुमार जैन, सुधेश कुमार जैन संपादक जैन गजट लखनऊ, राजेश कुमार जैन, मनोज जैन श्रीमती मुक्ता जैन को छोड़कर गए हैं।
आपने श्री गोपाल दिगंबर जैन सिद्धांत संस्कृत महाविद्यालय मुरैना, श्री स्यादवाद सिद्धांत संस्कृत महाविद्यालय ललितपुर में प्राचार्य के पद पर रहकर जैन धर्म के शिक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।आप भारतवर्षीय दिगंबर जैन शास्त्री परिषद एवं विद्वत परिषद के भी कई वर्षों तक सदस्य रहे और उसके अधिवेशन एवं शिविर आदि में सम्मिलित होते रहे, आपने हस्तिनापुर एवं सोनागिर में रहकर कई परम पूज्य जैन मुनि राज को भी जैन धर्म का अध्यापन कार्य कराया, भारतवर्षीय दिगंबर जैन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गजराज जैन गंगवाल, कार्याध्यक्ष रमेश चंद जैन तिजारिया, महामंत्री प्रकाशचंद जी बड़जात्या, कोषाध्यक्ष पवन जी गोधा ने शोक जताया। आज सायंकाल पं0 जीवन लाल शास्त्री की अंतिम यात्रा में समाज श्रेस्ठी जन सम्मलित हुए और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand
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