
ललितपुर। दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के तत्वाधान में जिला शिविर संयोजक डॉ. आलोक शास्त्री एवं पं. मुकेश शास्त्री के मार्गदर्शन में तालबेहट के वासुपूज्य दिगम्बर जैन मंदिर में आयोजित आठ दिवसीय श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर का भव्य समापन हुआ। नित्यमय अभिषेक शांतिधारा पूजन विधान के उपरांत सांगानेर से पधारे हर्ष भैया बड़ागांव एवं नितिन भैया टीकमगढ़ ने शिक्षण शिविर में आयोजित परीक्षा का परिणाम घोषित किया। रत्नकरण्डक श्रावकाचार एवं द्रव्य संग्रह की परीक्षा में नीतू जैन प्रथम, रचना पुष्पेंद्र जैन द्वितीय और रचना अनिल जैन तृतीय रहे। छहढाला में अंजना जैन प्रथम शिवानी चौधरी द्वितीय एवं बालबोध भाग- 1 में यश भंडारी प्रथम व आगम जैन द्वितीय और बाल बोध भाग- 2 में भाविता प्रथम, प्राशी द्वितीय, निमिषा व अनुष्का तृतीय रहीं। जिसमें 40 महिला-पुरुष एवं ज्ञानोदय श्रमण संस्कृति पाठशाला के 20 बच्चों ने प्रतिभाग किया। सभी को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार से सम्मानित किया गय। मंदिर समिति ने द्वय विद्वानों का श्रीफल शॉल एवं अंगवस्त्र से सम्मानित किया। वक्ताओं ने श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर के क्रिया कलापों पर प्रकाश डाला एवं बच्चों में संस्कारों का रोपण कर देश की संस्कृति एवं सभ्यता को बचाये रखने में उसके सराहनीय योगदान को प्रासंगिक एवं उपकारों को अविस्मरणीय बताया। मंगलाचरण राजुल मोदी ने किया। कार्यक्रम में सकल दिगम्बर जैन समाज का सहयोग रहा। संचालन अहिंसा सेवा संगठन के संस्थापक विशाल जैन पवा ने किया। आभार व्यक्त हितेंद्र पवैया एवं कपिल मोदी ने संयुक्त रूप से किया।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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