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राष्ट्रीय बचत योजना में ललितपुर की एतिहासिक उपलब्धी निर्धारित लक्ष्य के दो गुने से अधिक लक्ष्य पूर्ति के साथ प्रदेश में रहा प्रथम स्थान, जिलाधिकारी के नेतृत्व में रचा नया कीर्तिमान

*यह उपलब्धी जनपद की जागरुक जनता व समर्पित प्रशासनिक टीम के आपसी सहयोग का परिणाम है, सीमित संसाधनों और चुनौतियों के बावजूद ललितपुर के नागरिकों ने वित्तीय अनुशासन, भविष्य की सुरक्षा और राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित की है: डीएम अक्षय त्रिपाठी

ललितपुर।
जनपद ललितपुर ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में राष्ट्रीय बचत योजनाओं में निवेश के क्षेत्र में एक एतिहासिक सफलता प्राप्त कर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है। निर्धारित लक्ष्य 71 करोड़ 56 लाख के सापेक्ष दो गुने से अधिक 230.32 प्रतिशत की अद्वितीय उपलब्धी के साथ जनपदवासियों द्वारा 1 अरब 64 करोड़ 81 लाख से अधिक की धनराशि विभिन्न राष्ट्रीय बचत योजनाओं-आरडी, किसान विकास पत्र, सुकन्या समृद्धि योजना, पीपीएफ, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना सहित अन्य योजनाओं में सीधे व अभिकर्ताओं के माध्यम से धनराशि जमा की गई है। यह आंकड़ा न केवल ललितपुर जनपद के गौरव का विषय है, बल्कि प्रदेश के समक्ष एक प्रेरणादायी मॉडल के रुप में भी उभरा है।
यह उल्लेखनीय है कि ललितपुर बुन्देलखण्ड का हिस्सा है, जिसे आर्थिक और शैक्षिक रुप से पिछड़े जिलों में गिना जाता है। ऐसे मे यह बड़ी उपलब्धी जनपद, प्रशासन और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों का प्रमाण है। इस सफलता का प्रमुख श्रेय जनपद के युवा और ऊर्जावान जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी के कुशल, दूरदर्शी और प्रेरणादायी नेतृत्व को जाता है, जिन्होंने प्रशासनिक टीम के साथ मिलकर योजनाबद्ध ढंग से कार्य कर इस बचत अभियान को जन आन्दोलन का रुप दिया।
जिलाधिकारी के निर्देशन में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अंकुर श्रीवास्तव और जिला बचत अधिकारी ने विभिन्न स्तरों पर जनजागरुकता और सहभागिता के लिए अभियान चलाकर आम जनता से लेकर दूरस्त ग्रामों तक हर वर्ग, किसान, मजदूर, महिला, समूह, वरिष्ठ नागरिक, व्यापारी और छात्रों को राष्ट्रीय बचत योजना के लाभों से अवगत कराकर निवेश के लिए प्रोत्साहित किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने कहा कि यह उपलब्धी जनपद की जागरुक जनता, समर्पित प्रशासनिक टीम और वित्तीय संस्थानों के आर्थिक सहयोग का परिणाम है, सीमित संसाधनों और चुनौतियों के बावजूद ललितपुर के नागरिकों ने वित्तीय अनुशासन, भविष्य की सुरक्षा और राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है।
उन्होंने विशेष रुप से अपर जिलाधिकारी अंकुर श्रीवास्तव और जिला बचत अधिकारी डॉ विवेक कुमार चतुर्वेदी की मेहनत की सराहना करते हुए समस्त विभागीय अधिकारियों, बैंकिंग प्रतिनिधियों, डाक विभाग, स्वयं सहायता समूहों और नागरिकों को इस बड़ी उपलब्धी के लिए बधाई देते हुए धन्यवाद दिया है। उन्होंने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह सफलता जनपद की सामूहिक चेतना और सहभागिता का प्रतीक है, हमारी टीम विशेष रुप से अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व एवं जिला बचत अधिकारी ने कठिन परिस्थितियों में भी उत्कृष्ट कार्य करते हुए यह साबित कर दिया है कि सीमित संसाधनों के बीच भी यदि इच्छाशक्ति प्रबल हो तो असंभव को भी संभव किया जा सकता है।
राष्ट्रीय बचत योजना जहां नागरिकों को सुरक्षित एवं लाभकारी निवेश का माध्यम प्रदान करती हैं, वहीं राष्ट्र की आर्थिक मजबूती की रीढ भी हैं। ललितपुर की यह उपलब्धी दिखाती है कि यह नेतृत्व, सशक्त और आमजन को जागरुक किया जाए तो कोई भी जनपद अपनी परस्थितियों से ऊपर उठकर उल्लेखनीय कार्य कर सकता है, ललितपुर ने यह सिद्ध कर दिया है कि संकल्प और सहभागिता के बल पर हर बाधा को पार किया जा सकता है और प्रगति के नये द्वार खोले जा सकते हैं।

शिविर में विधिक सेवाओं के प्रति लोगों को किया जागरूक

ललितपुर।
मड़ावरा तहसील सभागार में तहसील विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें कस्बा एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को विधिक सेवाओं के प्रति जागरूक किया गया।
तहसीलदार मनोज कुमार श्रीवास्तव ने मौजूद लोगों को न्याय एवं प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए जागरूक किया। उन्होंने कहा कि पॉक्सो एक्ट, नारी सशक्तिकरण, हेल्पलाइन नंबर 1090, 1500, 112 आदि के बारे में भी लोगों को जानकारी दी। लंबे समय से लंबित वाद के निस्तारण को लेकर लोक अदालत के बारे में भी लोगों को समझाया गया। तहसीलदार ने प्रदेश सरकार की ओर से महिलाओं के उद्धार को चलाई जा रही वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन आदि योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
तहसीलदार ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में स्थापित लीगल एड क्लीनिक में समस्याओं के निराकरण के लिए निःशुल्क विधिक सहायता के लिए आवेदन किया जा सकता है कहां पोक्सो एक्ट, नये तीन कानून, घरेलू हिंसा अधिनियम आदि के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा कि मारपीट करना ही घरेलू हिंसा नहीं होती है, बल्कि आर्थिक तरीके से भी प्रताड़ित करना घरेलू हिंसा होती है जनपद न्यायालय में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में प्री-लिटिगेशन स्तर पर सुलह समझौते के आधार पर वादों का निस्तारण करा सकते हैं। सूक्ष्म एवं लघु प्रकृति के वादों को मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से निपटाया जा सकता है। इस मौके पर कस्बा ओर गांवों लोग आदि मौजूद रहे।

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand

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