उत्तर प्रदेशललितपुर

● जैन समाज ललितपुर ने पक्षी अस्पताल की रखी आधारशिला- ● पशु -पक्षियों की सेवा के लिए समर्पित होगा अस्पताल -मुनि अविचल सागर

(ललितपुर) दिगंबर जैन पंचायत समिति ललितपुर के तत्वावधान एवं दया भावना फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत मुनि अविचल सागर महाराज की प्रेरणा से प्रस्तावित आचार्य श्री विद्यासागर गौ उपचार अस्पताल एवं मुनि सुधासागर पक्षी अस्पताल का शिलान्यास एवं भूमि पूजन नेशनल हाइवे पर ग्राम खडेरा में किया गया।कार्यक्रम के पूर्व मंगलाचरण जैन पंचायत के मंत्री कैप्टन राजकुमार जैन ने किया। ध्वजारोहण शिक्षक राजीव बजाज,डां० संजीव जैन बजाज,सचिन जैन बजाज,विजय जैन “कल्लू”पत्रकार परिवार एवं हुकुमचंद्र,शशांक जैन कवराटा परिवार झांसी ने किया। मुनि संघ का पादप्रक्षालन करने का सौभाग्य ध्वजारोहण पुण्यार्जको द्वारा किया गया।शिलान्यास की क्रियायें पं० जयकुमार जैन सीरोंन द्वारा सम्पन्न करायी।इस दौरान मुनिभक्तों ने ग्वालियर,झांसी से आकर गुरूचरणों में श्रीफल भेंट किए।इस दौरान धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि अविचल सागर महाराज ने कहा कि पशु-पक्षियों के उपचार हेतु अस्पताल का निर्माण होना भगवान महावीर स्वामी के संदेश करूणा,
अहिंसा एवं जीवदया का संदेश देने वाला है।ललितपुर जैन समाज की यह अनुकरणीय पहल लोगों को जीवदया का संदेश देगी।इस मौके पर दिगम्बर जैन पंचायत समिति के अध्यक्ष डां० अक्षय टडैया, महामंत्री आकाश जैन, कोषाध्यक्ष सौरभ जैन सीए संयोजक सनत जैन खजुरिया एवं दिगम्बर जैन पंचायत समिति के पदाधिकारी,श्रद्धालु मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन महामंत्री आकाश जैन ने किया।

पत्रकार रामजी तिवारी मडावरा
संपादक टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
#Timesnowbundelkhand

*संरचना*
*महेंद्र जैन पोद्दार टीकमगढ़*

*||बहुत सुंदर लेख||*
*!! 🙏🥰हे ईश्वर !!*
कोई भी आवेदन नहीं किया था,
किसी की भी सिफारिश नहीं थी,
फिर भी सिर के *बालों से* लेकर पैर के *अंगूठे तक* 24 घंटे भगवान,
आप *रक्त* प्रवाहित करते है…
*जीभ पर* नियमित अभिषेक हो रहा है…
निरंतर आप मेरा ये
*हृदय* चला रहे है…
चलने वाला ये कौन सा *यंत्र* आपने फिट कर दिया है *हे भगवान…*
*पैर के नाखून से लेकर सिर के बालों तक बिना रुकावट संदेशवाहन करने वाली प्रणाली…*
किस *अदृश्य शक्ति* से चल रही है
कुछ समझ नहीं आता।
*हड्डियों और मांस में* बनने वाला *रक्त* कौन सा अद्वितीय *आर्किटेक्चर* है…
इसका मुझे कोई अंदाजा नहीं है।
*हजारों प्रकार की गंध* की सटीक पहचान करने वाली अनोखी *नासिका।*
*हजार-हजार मेगापिक्सल वाले दो-दो कैमरे* दिन-रात सारी दृश्यें कैद कर रहे हैं।
*दस-दस हजार* टेस्ट करने वाली *जीभ* नाम की टेस्टर,
अनगिनत *संवेदनाओं* का अनुभव कराने वाली *त्वचा* नाम की *सेंसर प्रणाली*…
और…
अलग-अलग *फ्रीक्वेंसी की* आवाज पैदा करने वाली *स्वर प्रणाली*
और
उन फ्रीक्वेंसी का *कोडिंग-डीकोडिंग* करने वाले *कान* नाम का यंत्र…
*पचहत्तर प्रतिशत पानी से भरा शरीर रूपी टैंकर हजारों छेद होने के बावजूद कहीं भी लीक नहीं होता…*
*स्टैंड के बिना* मैं खड़ा रह सकता हूँ…
गाड़ी के *टायर* घिसते हैं, परंतु पैर के *तलवे* कभी नहीं घिसते।
*अद्भुत* ऐसी रचना है ,भगवान आपकी।
देखभाल, स्मृति, शक्ति, शांति ये सब भगवान आप
ही देते है।
आप की ही शक्ति अंदर बैठ कर यह *शरीर* चला रही है।
*अद्भुत* है यह सब, *अविश्वसनीय,*
*अबूझ , अतुलनीय।*
यह *शरीर रूपी* मशीन हमेशा भगवान आपकी कृपा से ही चल रही है ,
इसका अनुभव कराने वाली *आत्मा* भगवान आपने ऐसा कुछ *फिट* कर दिया है कि और क्या आपसे मांगू …
आपके इस *बेहद सृष्टि नाटक* के खेल का निश्छल,
*निस्वार्थ आनंद* का हिस्सा रहूँ!…
ऐसी *सद्बुद्धि* मुझे दे!!
आप ही यह सब संभालते है इसका *अनुभव* मुझे हमेशा रहे!!!
*रोज पल-पल कृतज्ञता से आपका ऋणी होने का स्मरण, चिंतन हो,*
*यही ईश्वर के चरणों में प्रार्थना है!*.

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