*दशलक्षण महापर्व का आठवां दिन* *बिना दान के श्रावक और साधु सम्यक ज्ञान को प्राप्त नहीं होते* — ब्र• बहिन कल्पना दीदी

मड़ावरा : संत शिरोमणि आचार्य गुरुवर श्री विद्यासागर जी महामुनिराज, परम पूज्य आचार्य प्रवर, विद्या शिरोमणि समय सागर जी महामुनिराज के मंगल आशीर्वाद एवं मुनि श्री प्रबोध सागर जी मुनिराज ससंघ की मंगल प्रेरणा से दशलक्षण महापर्व में ब्रह्मचारिणी बहन कल्पना दीदी बंडा का सानिध्य मड़ावरा नगरी को प्राप्त हो रहा है..!
आज उत्तम त्याग धर्म की परिभाषा बताते हुए दीदी जी ने बताया दान के बाद उसकी आशक्ति नहीं होंना चाहिए, भोग से नहीं, त्याग से पुण्य संचय होता है, आप जितना दान के भाव रखेंगे उतने विन्रम होते चले जाओगे, दीदी जी के उपदेश सुनकर धर्म सभा में बैठे श्रावको ने द्रव्य दान, ज्ञान दान आदि देकर पुण्य संचय किया आज कि शांतिधारा का सौभाग्य प्रियांशु शाहपुर, अनुभव कपासिया, अरविंद पप्पू गौना, अभिषेक जैन अप्पे को प्राप्त हुआ, एवं दस लक्षण विधान के श्रीफल चढ़ाने का सौभाग्य रानू दुकानवाले, और अरविंद गौना पप्पू को प्राप्त हुआ एवं इस अवसर पर ब्र• कल्पना दीदी ने उत्तम त्याग के दिन महाअर्घ्य समर्पित किया, एवं रात्रि कालीन कार्यक्रम में पाठशाला की प्राचार्य ममता जैन , ऋतु जैन के कुशल संचालन में बच्चों द्वारा भगवान पार्श्वनाथ के जीवन चरित्र पर नाटिका का मंचन किया गया,
सभी कार्यक्रम ब्रह्मचारिणी बहन कल्पना दीदी की कोकिल कंठ से मधुर आवाज में संगीत के साथ संपन्न हो रहे हैं , मड़ावरा नगर में दसलक्षण महापर्व संगीत में वातावरण में सभी समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से सानंद संपन्न हो रहा हैं
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand
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