*वैज्ञानिक संत आचार्य निर्भय सागर जी महा मुनिराज ने फादर्स डे का महत्व बताते हुए पिता को परमात्मा के समान मानना चाहिए*

टीकमगढ़ पर.पू.वैज्ञानिक संत आचार्यश्री निर्भयसागर जी महाराज ससंघ सहित टीकमगढ़ के बाजार मन्दिर में विराजमान हैं
धर्म प्रभावना समिति के अध्यक्ष नरेंद्र जनता ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 अप्रैल 2025 को आचार्यश्री ने प्रवचन के दौरान फादर्स डे का अर्थ बताते हुए कहा पिता को बाप ,पापा,बेड़ी ,डेड फादर आदि अनेक नामों से पुकारा जाता है पिता एक नियंत्रक है परमात्मा के समान संकट मोचन ईस्ट है जवानी में एक सच्चा मित्र है इस अज्ञान भरी दुनिया में पगडंडी के रास्ते पर चलने के लिए प्रकाश है
फादर्स डे पर आचार्य श्री ने कहा यह वाशिंगटन के इस स्पोकन शहर में सोनोरा दांत ने अपने पिता की याद में 19 जून 1910 को अमेरिका में सर्वप्रथम फादर्स डे मनाया। सोनोरा के मन में मदर्स डे मनाते समय विचार आया कि, फादर्स डे क्यों ना मनाया जाए इसलिए सेवा में सेवा और किसी करने वाले अपने पिता का उसने फादर्स डे मनाना प्रारंभ किया 6 वर्ष बाद अमेरिका के राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने फादर्स डे मनाने का प्रस्ताव 1916 में पारित कर दिया 50 वर्ष बाद 1966 में राष्ट्रपति लंदन जॉनसन ने जून के तृतीय रविवार को फादर्स डे मनाने का ऐलान किया। पिता ही समस्त समस्याओं का समाधान केंद्र है इसलिए फादर्स डे पर प्रत्येक बेटे को अपने फादर अर्थात पिता का आदर, सम्मान ,विनय ,आज्ञा और शिक्षा लेना चाहिए। आचार्य श्री ने कहा फादर्स डे अमेरिका की देन है क्योंकि वहां संतान कम होती है और बिजनेस सर्विस में व्यस्त रहती हैं बेटे बड़े होकर अपने जीवन साथी में इतने व्यस्त रहते हैं कि उन्हें अपने माता-पिता से बात करने और सेवा करने की फुर्सत नहीं मिलती इसलिए साल में एक दिन पिता के नाम से फादर्स डे के रूप में निकला गया परंतु हम अपने भारत देश में प्रतिदिन फादर्स डे मनाते हैं क्योंकि बेटा प्रतिदिन माता-पिता की सुबह से उठकर चरण स्पर्श करता है पिता से आज्ञा और आशीष लेकर कार्य करने जाता है और शाम को अपने घर वापस आकर पिता की पूछ परख और सेवा करता है यही सही मायने में फादर्स डे होता है ।
नरेंद्र जनता ने बताया की प्रवचन के उपरांत दोपहर में ललितपुर से पधारे सभी पंचायत के सदस्य एवं वरिष्ठ जन अध्यक्ष डा अक्षय टडैया महामंत्री आकाश कोषाध्यक्ष सौरभ जैन, अमित कुमार जैन सराफ, पारस जैन नरेन्द्र राजश्री दिलीप चौधरी, अजित गदयाना आनन्द अमित, संजय शील चन्द जैन राजेन्द्र जैन कैलाश जैन जिनेन्द्र जैन, संजीव ममता मोहित ललित अनिल साकेत, हितेश बिल्ला निर्मल एडवोकेट ने आचार्य श्री के समक्ष ललितपुर चातुर्मास हेतु निवेदन कर श्रीफल समर्पित किया । विगत दिनों से प्रतिदिन आ रहे ललितपुर समाज के निवेदन पर आचार्यश्री ने आशीर्वाद देकर आश्वासन दिया । यह सुनकर सभी ने प्रसन्नचित होकर आचार्यश्री की जय-जयकार लगाना शुरू कर दिया । पूरा धर्म सभा कक्ष जयजयकारों की ध्वनि से गुंजायमान हो गया ।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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