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गिरारगिरी में भव्यता से मनाया गया वार्षिक मेला और जलविहार मूलनानायक आदिनाथ भगवान के महामस्तकाभिषेक में उमड़े श्रद्धालु भक्ति-भाव के साथ आदिनाथ स्वामी का निर्वाण लाडू चढ़ाया गया आज अधिक प्रासंगिक हैं तीर्थंकर ऋषभदेव की शिक्षाएं : मुनि श्री प्रवरसागर दो दिवसीय आयोजन सम्पन्न

मड़ावरा, ललितपुर। धसान नदी के पावन तट पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा पर मड़ावरा विकासखंड में स्थित श्री आदिनाथ दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र गिरारगिरी जी में वार्षिक मेला, श्री आदिनाथ स्वामी का निर्वाणोत्सव, जलविहार , महामस्तकाभिषेक महोत्सव का दो दिवसीय आयोजन मुनि श्री प्रवरसागर जी महाराज एवं क्षुल्लक श्री प्रमोक्षसागर जी महाराज के मंगलमयी सान्निध्य में भव्यता से मनाया गया।
कमेटी के मीडिया प्रभारी डॉ. सुनील संचय ने बताया कि उक्त मांगलिक कार्यक्रम में प्रातः 7 बजे से अभिषेक, शांतिधारा का शुभारंभ मंगलाष्टक के साथ शुरू हुआ। इस अवसर पर प्रथम कलश से महामस्तकाभिषेक करने का सौभाग्य अशोक कुमार, अनिल कुमार (मंजगुवा वाले) बकस्वाहा, द्वितीय कलश अशोक कुमार जैन, श्रीमती प्रतिभा (शाहगढ़ वाले) नरसिंहगढ़, तृतीय कलश प्रकाश चंद जैन, राहुल सिंघई परिवार बरायठा, चतुर्थ कलश कपूरचंद जैन, पंडित प्रद्युमन शास्त्री, प्रदीप कुमार, प्रमोद कुमार खुटगुवा वाले मड़ावरा, पंचम कलश कमलेश कुमार जैन, श्रीमती कामिनी जैन, कीर्ति जैन किमी जैन , प्रतीक जैन (लुहार्रा वाले) मड़ावरा ने प्राप्त किया। नित्यमय पूजन एवं भक्तामर विधान पं. प्रदीप जैन शास्त्री ने मंत्रोच्चारण कर समस्त विधि पूर्वक क्रियाएं सम्पन्न करवाई।
इस अवसर पर धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए मुनि श्री प्रवरसागर महाराज ने कहा कि भगवान् आदिनाथ अपने लोकव्यापी प्रभाव और उपदेशों के कारण भारतीय जनमानस के हृदय में सदैव श्रद्धास्पद रहेंगे । आज के भोगप्रधान वातावरण में भगवान् आदिनाथ की योगप्रधान शिक्षाएं मानवजाति के कल्याण के लिए अत्यधिक प्रासंगिक हैं। भारतीय संस्कृति के प्रणेता एवं जैनधर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव (आदिनाथ) की जनकल्याणकारी शिक्षा द्वारा प्रतिपादित जीवन-शैली, आज के चुनौती भरे माहौल में उनके सामाजिक एवं राजनीतिक विचारों की प्रासंगिकता है। षट विद्याओं के प्रदाता, भगवान ऋषभदेव ने एक ऐसी समाज व्यवस्था दी, जो अपने आप में परिपूर्ण तो थी ही साथ ही जिसकी पृष्ठ भूमि में अध्यात्म पर आधारित नैतिकता की नींव भी थी।
दोपहर में श्री जिनेन्द्र देव की शोभायात्रा एवं जलविहार आदि मांगलिक कार्यक्रम किया गया।
इस दौरान श्री आदिनाथ भगवान के निर्वाणोत्सव पर लाडू सजाओ प्रतियोगिता का भव्य आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
लाडू सजाओ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान कुमारी निष्ठा जैन, कुमारी यसी जैन , श्रीमती नीलम जैन (निधि) मड़ावरा, द्वितीय स्थान कोठिया परिवार ( सौरईवाले )मड़ावरा , तृतीय स्थान प्रतिज्ञा जैन बरायठा ने प्राप्त किया। सभी को पुरस्कृत किया गया।
आयोजन में मड़ावरा, बरायठा, शाहगढ़, सागर, खुटगुवा, घुवारा, बंडा, ककरवाहा, करीटोरन, रमगढ़ा, खुटगुवा,सोजना, सौरई, साढूमल,महरौनी, टीकमगढ़, ललितपुर आदि स्थानों से अनेक गणमान्य समाज श्रेष्ठी , विद्वान आदि की उपस्थिति रही।
इस अवसर पर प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष चक्रेश जैन, महामंत्री प्रदीप जैन मड़ावरा, कोषाध्यक्ष मुकेश सिंघई, देवेंद्र लुहारी, अभिषेक जैन मड़ावरा, अजित जैन आदि ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।
इस मौके पर अजित स्टील, राजेश रज्जू, प्रकाश जैन मेडिकल, नीरज शास्त्री, प्रीतेश जैन, त्रिलोक जैन, कमलेश जैन, नीलेश जैन आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव के  निर्वाण महोत्सव को बड़े ही धूमधाम से श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया।

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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