शिकायतो के निस्तारण में जनपद को प्रदेश में मिला लगातार तीसरी बार प्रथम स्थान आवेदक की सन्तुष्टि ही निस्तारण का मानक : डीएम जिलाधिकारी के कुशल व दूरदर्शी नेतृत्व में ललितपुर को तीसरी बार यह उपलब्धि मिली है प्रदेश की रैकिंग में जिले को मिले 98.46 प्रतिशत अंक

निस्तारण में एक भी नेगेटिव फीडबैक मिला तो नपेंगे अधिकारी
रोज कम से कम 10 आवेदकों से वार्ता करेंगे अधिकारी, रजिस्टर भी बनाना होगा
ललितपुर। समन्वित जन शिकायत प्रणाली (आईजीआरएस)/जनशिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में ललितपुर ने एक बार फिर प्रथम स्थान हासिल है, जिलाधिकारी ललितपुर श्री अक्षय त्रिपाठी के दूरदर्शी नेतृत्व और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण जनपद को प्रदेश की रैंकिंग में तीसरी बार यह उपलब्धि मिली है।
जिलाधिकारी ने जनपद की इस उपलब्धि के लिए जनपदस्तरीय अधिकारियों और igrs टीम को बधाई दी और निर्देश दिए कि अब से आवेदक की संतुष्टि ही निस्तारण का मानक होगा, इसके अलावा प्रत्येक अधिकारी को प्रतिदिन कम से कम 10 आवेदकों से वार्ता करनी होगी, जिसका एक रजिस्टर भी बनाया जाएगा, जिसकी समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा की जाएगी। जनशिकायतों के निस्तारण में एक भी नेगेटिव फीडबैक मिलने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि प्रदेश का अति पिछड़ा जिला माने जाने वाले ललितपुर में डीएम अक्षय त्रिपाठी ने नियुक्ति के बाद से ही, एक के बाद एक कीर्तिमान स्थापित किए हैं, जिसमें मृत प्राय नदियों का पनर्जीवन, गांव गांव में अमृत सरोवर, प्रत्येक ग्राम पंचायत में खेल मैदान, निर्वाचन में शत प्रतिशत मतदान, ई ऑफस की स्थापना, iso प्रमाणीकरण, गवर्नमेंट कैप्टिव प्लेटफॉर्म से जनसुविधाओं का डिजिटाइजेशन, विलेज इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर की स्थापना, स्ट्रीट वेंडर्स का प्रबंधन जैसे कई महत्वपूर्ण नवाचार शामिल हैं, जिनके लिए इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मानित किया जा चुका है।
इसी के क्रम में जनशिकायतों के त्वरित व समयबद्ध निस्तारण भी जिलाधिकारी की प्राथमिकता रही है, जिसके फलस्वरूप उन्होंने जनशिकायतों के निस्तारण में जिले को तीसरी बार प्रथम स्थान पर बरकरार रखा। इसकी बड़ी वजह यह है कि जिलाधिकारी ने जनशिकायतों के न्यूनीकरण के लिए सबसे पहले लोगों की जरूरतों को समझा, इसके लिए उन्होंने गांव गांव जीरो पॉवर्टी सर्वे कराया, जिसमें पता लगाया गया कि लोग किन किन मूलभूत सुविधाओं से आच्छादित हैं और किन सुविधाओं से वंचित हैं। इसके बाद उन्होंने सहरिया बाहुल्य ग्रामों में जन चौपाल लगाकर छूटे हुए पात्र लाभार्थियों की सूची बनवाई और संबंधित विभागों के लगातार कैंप लगवाकर पात्रों को योजनाओं का लाभ दिलाया, जिसका परिणाम यह हुआ कि जनशिकायतों में भारी गिरावट आई और जनपद के दुरुस्त क्षेत्रों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचा।
अपर जिलाधिकारी/नोडल अधिकारी igrs श्री अंकुर श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया है कि जन शिकायत प्रणाली (आईजीआरएस) शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। आईजीआरएस प्रणाली के अन्तर्गत जनपद ललितपुर को माह जनवरी, 2025 में जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश में प्रथम स्थान मिला है। जिलाधिकारी श्री अक्षय त्रिपाठी के कुशल निर्देशन में जनपद को लगातार तीसरी बार यह उपलब्धि प्राप्त हुयी है। अब तक जनसुनवाई पोर्टल पर 37 हजार 302 सन्दर्भ प्राप्त हुये है जिसके सापेक्ष जनपद द्वारा 36 हजार 451 सन्दर्भो का निस्तारण कराया जा चुका है। शेष सभी 851 सन्दर्भ समय सीमा के अन्दर लम्बित है। जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त जन शिकायतो के निस्तारण की स्थिति बेहद शानदार रही है। जनसुनवाई पोर्टल पर प्रदेश की रैकिंग में भी जिले को 98.46 प्रतिशत अंक मिले है।
जिलाधिकारी श्री अक्षय त्रिपाठी के निर्देशों के क्रम में अपर जिलाधिकारी श्री अंकुर श्रीवास्तव (नोडल अधिकारी आईजीआरएस) द्वारा माह जनवरी, 2025 में जिन अधिकारियों के सन्दर्भ जनसुनवाई पोर्टल पर डिफाल्टर पाये गये, सम्बन्धित सभी अधिकारियों को माह जनवरी, 2025 में चेतावनी/स्पष्टीकरण जारी किये गये। साथ ही जिलाधिकारी श्री अक्षय त्रिपाठी के निर्देश के क्रम में सम्बन्धित सभी अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये गये कि
सभी विभागो के अधिकारियो-अफसरो ने निस्तारण में दिखाई रूचि
आई0जी0आर0एस0 पोर्टल के नोडल अधिकारी श्री अंकुर श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायतो के निस्तारण में अब तक मुख्यमंत्री सन्दर्भ में 1218 के सापेक्ष 1189, जिलाधिकारी सन्दर्भ में 7247 के सापेक्ष 6797, पुलिस अधीक्षक सन्दर्भ में 10459 के सापेक्ष 10400, भारत सरकार सन्दर्भ में 2168 के सापेक्ष 2090 मामलो का निस्तारण हो चुका है। बाकी बचे मामले समय सीमा के अन्दर है। सभी विभागो के अधिकारियो ने जनसुनवाई पोर्टल के शिकायतो का निस्तारण कराने में रूचि दिखाते हुये समय सीमा के अन्दर 08 जनवरी 2025 तक 36 हजार 451 मामलो को निस्तारित करा दिया है। जिले में 851 सन्दर्भ समय सीमा के अन्दर लम्बित है।
जिलाधिकारी द्वारा निरन्तर इस बात पर वल दिया जा रहा है कि आवेदक शिकायत के निस्तारण से सन्तुष्ट हो। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक माह 60 सन्दर्भो पर ग्रेडिंग करते हुये निस्तारण की गुणवत्ता की जांच जनसुनवाई पोर्टल पर की जा रही है। साथ ही जनपद के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि निस्तारण की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कमी नही होनी चाहिये। अन्यथा की स्थिति में सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध कडी कार्यवाही की जायेगी। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी द्वारा आई0जी0आर0एस टीम के नोडल अधिकारी श्री अंकुर श्रीवास्तव, सह नोडल श्री ज्ञानेन्द्र विक्रम एवं तकनीकी सदस्य ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर श्री अंशुल खरे के कार्यो की प्रशंसा की है। साथ ही आई0जी0आर0एस टीम के तकनीकी सदस्य ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर श्री अंशुल खरे को निर्देश दिये गये कि पोर्टल में हो रहे अपडेशन के सम्बन्ध में समय-समय पर सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल अवगत करायें।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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