उत्तर प्रदेशधर्ममडावराललितपुर

मुनि विशुभ सागर जी का 6वां मुनि दीक्षा दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया आचार्य विशद सागर जी के मंगल सानिध्य में आयोजित 1008 श्री समवशरण महामण्डल विधान में बह रही है धर्म की बयार मुनि विशाल सागर जी की तपस्या को देख हतप्रभ हो रहे भक्त-

मड़ावरा(ललितपुर)-कस्बा मड़ावरा के महावीर विद्याविहार में विराजमान आचार्य श्री विशद सागर जी ससंघ के सानिध्य में आयोजित किये जा रहे 1008 श्री समवशरण महामण्डल विधान में दिन प्रतिदिन नए अध्याय जुड़ रहे हैं धर्म का प्रचार प्रसार व संस्कार तो जीवित हो ही रहे हैं साथ ही आचार्य संघ की कठिन तपस्या से भी श्रद्धालुजन रूबरू हो रहे हैं गुरुवार को सकल दिगम्बर जैन समाज मड़ावरा के संयोजन में संघस्थ मुनि विशुभ सागर जी का 6वां मुनि दीक्षा दिवस बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया इस दौरान दिल्ली से पधारे गुरुभक्त श्री मति प्रीति राजकुमार जैन द्वारा दीक्षा दिवस के उपलक्ष्य में खीर का वितरण किया गया साथ ही मुनि श्री की पुरानी पिच्छी प्राप्त करने का सौभाग्य भी उक्त गुरुभक्त दंपत्ति को मिला।
वर्णी नगर मड़ावरा में दिनांक 21जनवरी से आयोजित किये जा रहे 1008 श्री समवशरण महामण्डल विधान से दिन प्रतिदिन धार्मिक बयार बह रही है नित्य नियम प्रतिदिन आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों से वातावरण धर्म मय हो गया है नित्य नियम पूजन भक्ति के साथ ही सांध्यकालीन बेला में प्रतिष्ठाचार्य पंडित प्रदीप शास्त्री ललितपुर के आचार्यत्व में प्रतिदिन सुमधुर संगीत के साथ भक्ताम्बर दीप मलिका का पाठ कर 48 दीपों का प्रज्वलन सौभाग्यशाली भक्तों द्वारा किया जा रहा है वहीं आचार्य श्री विशद सागर जी के धर्म संबोधन से भक्तों में धर्म के प्रति श्रद्धा भक्ति का जागरण हो रहा है।

मुनि श्री विशुभ सागर का 6वां मुनि दीक्षा दिवस व पिच्छी परिवर्तन समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया-
मड़ावरा में विराजमान आचार्य विशद सागर जी के संघस्थ मुनि विशुभ सागर जी का 6वां दीक्षा दिवस कस्बे के महावीर विद्याविहार में आयोजित समवशरण महामण्डल विधान के दौरान बड़े ही उत्साह से मनाया गया देश के विभिन्न जगहों से पधारे गुरुभक्तों ने भक्तिभाव पूर्वक आयोजन में हिस्सा लेकर आचार्य संघ का आशीर्वाद प्राप्त किया इस दौरान मुनि विशुभ सागर जी का पिच्छी परिवर्तन समारोह भारी उत्साह के साथ संपन्न किया गया मुनि श्री की पुरानी पिच्छी लेने का सौभाग्य दिल्ली से पधारे गुरुभक्त राजकुमार प्रीति जैन के परिवार को प्राप्त हुआ इस दौरान आचार्य विशद सागर जी द्वारा मुनि विशुभ सागर जी को मनोज्ञ मुनि की उपाधि से विभूषित किया गया।

मुनि विशाल सागर की तपश्चर्या बनी चर्चा का विषय-
आचार्य विशद सागर जी के संघस्थ मुनि विशाल सागर जी द्वारा मड़ावरा प्रवास के दौरान की जा रही धर्मप्रभावना एवं तपस्या चर्चा का विषय बनी हुयी है मुनि श्री द्वारा इतनी भीषण हाड़ कपाऊ ठंड के मौसम में भी रात रात भर एक ही मुद्रा में पद्मासन बैठकर की रही धर्म साधना देखकर श्रद्धालु हतप्रभ हो रहे है हुआ ये की मुनि विशाल सागर जी जिन्हें स्थविर मुनि की उपाधि दी गयी है वह सायंकालीन बेला में अपनी आसन लगाकर समारोह स्थल के खुले मंच पर विराजमान थे कि रात में जब सभी भक्त समारोह स्थल से अपने अपने घरों को जाने लगे तो देखा कि मुनि विशाल सागर जी तो अभी तक आसन लगाए बैठे हुए हैं ऐसे ही देखते देखते सुबह के 7 बज गए तब मुनि श्री अपनी आसन मुद्रा से उठे तो यह खबर सम्पूर्ण भक्तों को प्राप्त हुयी तो इसकी चर्चा आचार्य श्री विशद सागर जी से की गयी तो उन्होंने बताया कि उनकी तपस्या को देखते हुए ही उन्हें स्थविर मुनि की उपाधि दी गयी है।

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
#Timesnowbundelkhand

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