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● बच्चों की आनलाइन उपस्थिति के विरोध में उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन ● उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने माननीय मुख्यमंत्री,शिक्षामंत्री को भेजा ज्ञापन ● शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र हो निराकरण-विनोद निरंजन

(ललितपुर) उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद ललितपुर (संबंद्ध- अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ,नई दिल्ली) के जिलाध्यक्ष विनोद निरंजन के नेतृत्व में राष्ट्रीय एवं प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान एवं दिशा- निर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश के समस्त जनपदों में छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन एवं माननीय बेसिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश शासन को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश सरकार को भेजा गया।ज्ञापन सौंपते हुए जिलाध्यक्ष विनोद निरंजन ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जनपदीय विभागीय अधिकारियों द्वारा परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दिये जाने हेतु अनुचित दबाव बनाकर वेतन रोकने की कार्यवाही किए जाने की सूचना दी जा रही है। जबकि अभी कुछ माह पूर्व ही विभागीय अधिकारियों द्वारा ऑनलाइन उपस्थिति दिये जाने हेतु अव्यवहारिक निर्देश देने उपरान्त प्रदेश के शिक्षक,शिक्षिकाओं द्वारा आन्दोलन करते हुए संगठन के माध्यम से इस संदर्भ में आ रही कठिनाईयों,समस्याओं के संबंध में शासन व विभागीय उच्चाधिकारियों को पूर्व में अवगत कराया जा चुका है।उपर्युक्त विषयक के संदर्भ में पूर्व में परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं साथ ही शिक्षक,शिक्षिकाओं की ऑनलाइन उपस्थिति दिये जाने हेतु विभागीय निर्देश जारी किए गए थे,जिसके कम में प्रदेश के शिक्षक, शिक्षिकाओं ने उक्त के संदर्भ में आ रही कठिनाईयों एवं समस्याओं को लेकर संगठन के माध्यम से विभाग व शासन को अवगत कराया परन्तु समस्या का समाधान न होने के उपरान्त प्रदेश के शिक्षक,शिक्षिकाओं द्वारा पूरे प्रदेश में बड़ा आन्दोलन किया गया। जिसके क्रम में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा संज्ञान लेते हुए समस्या का समाधान किए जाने हेतु उचाधिकारियों को निर्देश दिया गया। निर्देशानुसार तत्कालीन मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में शासन एवं विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ संगठन के प्रतिनिधि मण्डल से वार्ता बैठक करते हुए उक्त समस्या का समाधान किए जाने का आश्वासन देते हुए ऑनलाइन उपस्थिति दिए जाने के निर्देश पर रोक लगाई गई।जिलामंत्री शकुंतला कुशवाहा ने कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार के नेतृत्व में बेसिक शिक्षा विभाग एवं परिषदीय विद्यालयों के शिक्षक,शिक्षिकाओं द्वारा परिषदीय विद्यालयों के छात्र -छात्रांए नित नए-नए कीर्तिमान स्थापित कर रहें है। परन्तु विभागीय अधिकारियों द्वारा पुनः परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन उपस्थिति दिये जाने हेतु शिक्षक,शिक्षिकाओं पर अनुचित दबाव बनाकर वेतन रोकने की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिया जाना पूर्णतयः अव्यवहारिक है।प्रदेश के शिक्षक,
शिक्षिकाओं के साथ अव्यवहारिक व्यवहार किया जाना मानवीय दृष्टि से अनुचित है और इससे प्रदेश के शिक्षक,शिक्षिकाओं में रोष व्याप्त हो रहा है।जो कि पठन-पाठन के क्रिया-कलाप
पर भी कुठाराघात प्रतीत होता दिखाई दे रहा है। इस संदर्भ में संगठन के माध्यम से शासन एवं विभागीय उच्चाधिकारियों को ज्ञापन व पत्र के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है।इस दौरान जिलाध्यक्ष विनोद निरंजन, जिलामंत्री शकुंतला कुशवाहा,जिला कोषाध्यक्ष अनिल त्रिपाठी, विनय ताम्रकार,अरुण निरंजन,सत्येंद्र जैन, हरिनारायण चौबे, इंदर सिंह पटेल, परशुराम निरंजन, अरविंद सिंह ,राम मिलन राजक, अरविंद राजपूत, विकास सिंघई, बृजेश चौरसिया, देवी सिंह राजपूत गौरी शंकर सेन रामभरत निरंजन,मनीष खरे,दयाशंकर रजक, जितेंद्र जैन,राजेश निरंजन, मुकेश बाबू नरवरिया, प्रफुल्ल जैन,दिवाकर शुक्ला,राजेंद्र राठौर,उदयभान सिंह, कमलेश श्रीवास्तव, अविनेश कुमार, नीलम ताम्रकार,मंजू अरोरा, निशा, संतोष प्रसाद वर्मा, संजीव साहू, दिवाकर शुक्ला, परिवेश मालवीय, स्वदेश भूषण, दीपेंद्र पुरोहित, मुकेश कुशवाहा, जाहर सिंह राजपूत, सुमित कौशिक, रामेश्वर पाल, दामोदर साहू, लाल सिंह, शिवासिंह, दीपक, अमित निरंजन, अशलम खान, रामेश्वर पाल, रामेश्वर राजपूत, अतुल मिश्रा, विजय सिंह, अरविंद सिंह, सुरेश निरंजन, अमित झा, भान सिंह राजपूत, ललित निरंजन, अवधेश कुशवाहा, सचिन जैन, योगेंद्र यादव, रामसेवक रजक, संतोष कुमार, अमित कुमार, माधव निरंजन, हिमांशु पटेल, सुजान सिंह, संजीव सिंह, रवि कुशवाहा, महेश सोनी,राकेश शर्मा मौजूद रहे।

पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
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