“”नाराहट कस्बा बहा रहा अपनी बदहाली पर आंसु””

नाराहट/ कस्बा नाराहट अपनी बदहाली पर आंसु बहा रहा है कस्बे को मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सड़क पर कीचड़ कचड़े के ढेर,सड़क खराब तो कही नल जल योजना वाले नल में पानी नहीं आ रहा है। इन सब में मुख्य बस स्टेंड के पास हैंड पंप से गंदा पानी आ रहा है।जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है।कस्बे के मुख्य बाजार में गंदगी का अंबार लगा हुआ है तो बही मुख्य बाजार स्थित हनुमान मंदिर जाने के लिए बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा। मंदिर जाने के रास्ते पानी भरा हुआ है। यहां पर पानी निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं है अभी विगत दिवस जब बरसात हुई तो रास्ते में पानी भर गया और पानी निकासी के लिए कोई रास्ता नहीं है। जिसकी वजह से श्रद्धालु उसी कीचड़ से निकलने को मजबूर हैं। समस्या यह हो गई कि थाने से लेकर पुराने बस स्टेंड तक सीसी रोड का निर्माण कराया गया।बस स्टेंड के पूरे एरिया पर सीसी हो गया जिससे पूरा एरिया ऊंचा हो गया बस मंदिर के रास्ते का एक छोटा सा कोना रह गया। जो सीसी ना होने से नीचे रह गया बही दूसरी तरफ जिला पंचायत के स्कूल होने से बहा भी ऊंचाई है। इस कारण मंदिर जाने वाले रास्ते में पानी भरा रहता है जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इसके साथ बही बस स्टेंड के पास एक नल लगा हुआ है जिसमें से बहुत ही गंदा पानी आ रहा है। आस पास के दुकान वालों को यह पता है कि नल से गंदा पानी आ रहा है जिससे वह लोग उस पानी को उपयोग में नहीं लेते और परेशान होकर किसी अन्य नल के पानी का उपयोग करते हैं। परन्तु नाराहट क्षेत्र के आए हुए लोग इस बात से अनभिज्ञ हैं और वह उस गंदे पानी का उपयोग कर रहे है जिससे लोग बीमार पड़ रहे है। इसके साथ आपको बता दें कि मुख्य बाजार कि क्या हालत है यह किसी से छुपे नहीं है। यहां गंदगी का अंबार लगा ही रहता है। कई बार शासन प्रशासन को अवगत कराने के बावजूद भी ध्यान नहीं दिया जाता है न्यूज के माध्यम से शासन प्रशासन को अवगत कराया गया है परंतु मुख्य बाजार के साफ सफाई की उचित व्यवस्था नहीं कराई जाती है। अभी नवदुर्गा में भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।दशहरे पर जब माता रानी का विसर्जन होना था उस दिन भी जहां दो दो माताओं के पंडाल लगे हुए थे और बही से उन्हें विसर्जन को जाना था फिर भी उसी रास्ते कूड़े के ढेर लगे हुए थे। जब ग्राम पंचायत में कूड़े के लिए गाड़ी उपलब्ध है फिर भी बहाना बनाया जाता है कि गाड़िया खराब है तो कही बात रखी जाती कि कूड़े को हम लोग कहा फेंके। अब बात आती हैं कि कूड़े को फेकने कि तो सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च कर कचड़ा घर बनाए गए वो किसलिये है।अब इन सब बातों को सरकार कि अनदेखी ना कहा जाए तो क्या कहा जाए।बार बार अवगत कराने के बावजूद भी इस ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं है।।।
पत्रकार रामजी तिवारी मड़ावरा
चीफ एडिटर टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
Times now bundelkhand
विज्ञापन एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें
9455422423,9695121690