तोड़ के बंधन आगे आए, अपनी डगर खुद बनाएं,
महरौनी, ललितपुर-
महरौनी नगर स्थित बडोनियाँ मैरिज गार्डन में सहजनी शिक्षा केन्द्र के तत्वाधान में दो दिवसीय किशोरी सम्मेलन का आयोजन आयोजित हुआ।
जिसमे 4 ब्लॉक की 250 ग्रामीण किशोरियां, अभिभावक, अलग-अलग विभागों से प्रशासनिक अधिकारीगण, अन्य संस्थाओं के सामाजिक कार्यकर्ता व मीडिया साथी शामिल रहें।
इस सम्मेलन में किशोरियों ने एक मंच पर आकर अपने संघर्ष और उपलब्धियों को अलग-अलग माध्यमों से साझा किया, जैसे-नाटक, गीत पैनल, खेल, ग्रुप चर्चा, डॉक्यूमेंट्री सॉट फिल्म आदि।
सम्मेलन का आयोजन करने वाली संस्था सहजनी शिक्षा केन्द्र की शुरूआत 2002 से महरौनी ब्लॉक, ललितपुर से की थी। इस समय सहजनी शिक्षा केन्द्र एक स्वतन्त्र संस्था के रूप में कार्य कर रही है। सहजनी शिक्षा केन्द्र का कार्य अभी ललितपुर जिले के चार ब्लॉक, महरौनी, मडावरा, बिरधा, जखौरा के करीब 250 गांव में दलित, आदिवासी और पिछडी जाति की महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के साथ शिक्षा और साक्षरता के माध्यम से सशक्तीकरण का कार्य करती है।
सहजनी शिक्षा केन्द्र ने 2015 से मुख्य रूप में किशोरियों की शिक्षा व जल्द विवाह के मुद्दों में काम करना शुरू किया। हमारा मानना है कि किशोरी सशक्तीकरण की उम्मीद बिना शिक्षा और साक्षरता के करना एक अधूरी प्रक्रिया है। लेकिन आज के दौर में भी देखा जाये तो किशोरियों को पढ़ने-लिखने के मौके बहुत कम मिल रहे है या फिर सामाजिक चुनौतियों की वजह से आधी-अधूरी शिक्षा रह जाती है। यह क्यों हो रहा है इसको भी गहराई से समझने की कोशिश की गयी। इसी के साथ सहजनी जल्द विवाह, गैरबराबरी, जाति, जेण्डर के मुद्दे पर भी खुलकर बातचीत हुई। क्योंकि इसका असर सीधे किशोर / किशोरियों की शिक्षा को प्रभावित करता हैं। इसलिए इस सम्मेलन में हम एक ऐसा मंच तैयार कर रहें है। जहां पर किशोरियां शिक्षा और जल्द विवाह जैसे मुद्दों में खुद हस्ताक्षेप करने की भूमिका में आ सकें।
इस सम्मेलन में निम्न बिन्दुओं पर चर्चा हुई जिसमे प्रमुख रूप से किशोरियों के शिक्षा के संघर्ष और उपलब्धी के अनुभव को उनकी जुबानी सुनना, किशोरियों के अभिभावकों को सम्मानित किया जाना,
किशोरियों को एक मंच पर लाकर एकजुटता बनाने पर चर्चा करना आदि मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई।
सम्मेलन में सहजनी शिक्षा केन्द्र महरौनी से मीना,कनीजा,कुसुम, मिथलेश,राजकुमारी, ग्यासी, सबिता आदि की विशेष भूमिका रही।
पत्रकार रामजी तिवारी मडावरा
संपादक टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड