उत्तर प्रदेश

तोड़ के बंधन आगे आए, अपनी जगह खुद बनाएं-सहजनी शिक्षा केन्द्र,

महरौनी, ललितपुर-
सहजनी शिक्षा केन्द्र महरौनी के तत्वाधान में दो दिवसीय किशोरी सम्मेलन का आयोजन नगर के बडोनियाँ मैरिज गार्डन में आयोजित किया गया।
सम्मेलन में 4 ब्लॉक की 250 ग्रामीण किशोरियां, अभिभावक और संस्थाओं के साथी एवं अलग-अलग विभागों से प्रशासनिक अधिकारी और अनेक संस्थाओं के सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहें।
किशोरी सम्मेलन के पहले दिवस की शुरूवात “बेटी हूं मैं बेटी- मैं तारा बनूंगी” व “आया पढ़ाई का जमाना” आदि संगीतमय गीत के साथ सुभारम्भ हुआ। ततपश्चात नाटक के माध्यम से किशोरियों के जल्द और बाल विवाह जैसी कुरीतियों पर होने वाले असर व नुकसान पर प्रस्तुति दी गई। मंच के माध्यम से अभिभावक, किशोरियों और सहजनी कार्यकर्ता ने किशोरी शिक्षा के अनुभव को साझा किया। इस पैनल का संचालन निरंतर संस्था की निर्देशिका अर्चना द्वीवेदी ने किया। इस पैनेल पर अभिभावकों ने अपने अनुभव विचार साझा करते हुए बताया कि उन्होंने अपने बच्चों को पूरी शिक्षा देने में और रोजगार कराने में सहयोग किया। लेकिन समुदाय- समाज की तरफ से बहुत तानें और दबाव मिलते रहे, लेकिन हम लोगो को समाज की परवाह करे बिना अपने बच्चों को बेहतर बनाने की दिशा में अग्रसर होना चाहिए। हम समाज के तानों में नहीं आते और लड़के और लड़कों में कोई भेदभाव
नहीं रखते है।
इसी जागरूकता के क्रम में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्र व कस्बा प्रभारी निखिल मालिक द्वारा किशोरीयों में शिक्षा का महत्व एवम महिला हिंसा व साइबर क्राइम जैसी योजनाओं व हेल्प नम्बर की जानकारी प्रेषित की।
कार्यकम के अंत में किशोरियों ने शिक्षा पर आधारित गतिविधियों पर खेल खेले।
किशोरी सम्मेलन का आयोजन करने वाली संस्था सहजनी शिक्षा केन्द्र की शुरूआत 2002 से महरौनी ब्लॉक से की गई थी। इस समय सहजनी शिक्षा केन्द्र एक स्वतन्त्र संस्था के रूप में कार्य कर रही है। सहजनी शिक्षा केन्द्र का कार्य ललितपुर जिले के चार ब्लॉक, महरौनी, मडावरा, बिरधा, जखौरा के करीब 250 गांव में दलित, आदिवासी और पिछड़ी जाति की महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के साथ साक्षरता और शिक्षा के माध्यम से सशक्तीकरण का कार्य कर रही है। सहजनी शिक्षा केन्द्र ने 2015 से मुख्य रूप में किशोरियों की शिक्षा व जल्द विवाह के मुद्दों में काम करना शुरू किया। हमारा मानना है कि किशोरी सशक्तीकरण की उम्मीद बिना साक्षरता और शिक्षा के कार्य एक अधूरी प्रकिया है। इस कार्यक्रम में सहजनी केंद्र से मीना, कनीजा, कुसुम, मिथलेश, राजकुमारी, ग्यासी, सबिता, आदि की विशेष भमिका रही!

पत्रकार रामजी तिवारी मडावरा
संपादक टाइम्स नाउ बुन्देलखण्ड
संवाददाता शैलेन्द्र नायक महरौनी

Share this post to -

Related Articles

Back to top button